छोटी बूँद small drop best motivational story in hindi

छोटी बूँद small drop best motivational story in hindi

small drop best motivational story in hindi – एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक नदी बहती थी। नदी का पानी बहुत साफ और मीठा था, और गाँव के लोग और जानवर उससे अपनी प्यास बुझाते थे। नदी के पास ही एक घना जंगल था, जहाँ तरह-तरह के पेड़ और पौधे उगते थे।

एक दिन, आकाश में काले बादल छा गए और तेज़ बारिश होने लगी। बारिश की बूंदों में से एक छोटी बूंद, जिसका नाम बूँदू था, आसमान से धरती की ओर गिरने लगी। बूँदू ने सोचा, “धरती पर जाकर मैं क्या कर पाऊंगी? मैं तो बहुत छोटी हूँ।”

जब बूँदू धरती पर गिरी, तो वह जंगल के एक पेड़ के पत्ते पर जा गिरी। पेड़ ने मुस्कुराते हुए कहा, “बूँदू, तुम बहुत महत्वपूर्ण हो। तुम्हारी वजह से हम पेड़-पौधे जीवित रहते हैं।”

बूँदू को थोड़ी राहत मिली, लेकिन वह अभी भी खुद को छोटा और कमजोर महसूस कर रही थी। तभी एक चिड़िया आई और उसने पत्ते पर जमी बूँदू को अपनी चोंच में भर लिया। चिड़िया ने बूँदू से कहा, “तुम्हारी वजह से हम जानवर अपनी प्यास बुझाते हैं।”

बूँदू ने चिड़िया की बात सुनी और उसे थोड़ा और विश्वास हुआ। चिड़िया ने उसे नदी के पास छोड़ दिया। नदी ने बूँदू का स्वागत किया और कहा, “बूँदू, तुम हमारे परिवार का हिस्सा हो। तुम्हारे बिना हम अधूरे हैं।”

बूँदू ने नदी के अन्य बूंदों से बात की और उन्हें अपनी कहानी सुनाई। सभी बूंदों ने मिलकर बूँदू को बताया कि हर एक बूंद का महत्व है, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हो। बूँदू को अब समझ में आ गया कि उसकी छोटी सी बूंद भी पूरी नदी को बनाती है।

कुछ समय बाद, नदी का पानी गाँव के खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग किया जाने लगा। खेतों में फसलें लहलहाने लगीं, और गाँव में खुशहाली आ गई।

 बूँदू ने देखा कि उसकी वजह से कितने लोगों और जानवरों को फायदा हुआ है। उसे गर्व महसूस हुआ कि उसने इतनी बड़ी भूमिका निभाई है।

गाँव में जब फसलें लहलहाने लगीं और खुशहाली छा गई, तो गाँववाले बहुत खुश हुए। उन्होंने महसूस किया कि इस सारी समृद्धि का श्रेय नदी के पानी को जाता है, जिसने उनके खेतों को सींचा और फसलों को उगाया। नदी के पानी में बूँदू और उसके दोस्तों का महत्वपूर्ण योगदान था।

एक दिन, गाँव के मुखिया ने सभी गाँववालों को बुलाया और एक सभा आयोजित की। उन्होंने कहा, “हमारी समृद्धि का कारण यह नदी है। हमें इस नदी का और इसके पानी का सम्मान करना चाहिए और इसे स्वच्छ और सुरक्षित रखना चाहिए।”

गाँववाले सहमत हो गए और उन्होंने नदी की सफाई और संरक्षण के लिए काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने नदी के किनारे पेड़ लगाए ताकि मिट्टी का कटाव न हो और नदी साफ बनी रहे। वे यह भी ध्यान रखने लगे कि नदी में कोई गंदगी या अपशिष्ट न फेंका जाए।

बूँदू और उसकी साथी बूंदों ने देखा कि गाँव के लोग अब नदी की कितनी देखभाल कर रहे हैं। बूँदू को बहुत खुशी हुई। उसने अपने दोस्तों से कहा, “देखो, हमने मिलकर इस गाँव को खुशहाल बना दिया। हमारी मेहनत और सहयोग से ही यह सब संभव हो पाया है।”

बूँदू और उसकी साथी बूंदें अब गर्व से नदी के साथ बहती रहतीं, यह जानते हुए कि वे सब मिलकर एक बड़ा काम कर रही हैं। उन्होंने देखा कि छोटी-छोटी बूंदें मिलकर एक बड़ी नदी बनाती हैं, और यह नदी मिलकर एक पूरी बस्ती को जीवन देती है।

इस घटना के बाद, गाँववालों ने हर साल बारिश के मौसम का स्वागत करते हुए एक उत्सव मनाने का फैसला किया। वे आकाश से गिरने वाली हर बूंद का स्वागत करते और उसके महत्व को समझते। वे अपने बच्चों को भी सिखाते कि कैसे छोटी-छोटी चीजें मिलकर बड़ा बदलाव ला सकती हैं।

बूँदू की कहानी पूरे गाँव में फैल गई और लोग इसे एक प्रेरणादायक कहानी के रूप में सुनाने लगे। बच्चों को यह कहानी बहुत पसंद आई और उन्होंने इससे सीखा कि किसी भी चीज को छोटा या महत्वहीन नहीं समझना चाहिए। हर छोटे से छोटा प्रयास भी मिलकर बड़े बदलाव ला सकता है।

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कहानी की सिख

बूँदू की कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें कभी भी अपने आप को छोटा नहीं समझना चाहिए। चाहे हम कितने भी छोटे क्यों न हों, हमारे प्रयास और योगदान महत्वपूर्ण होते हैं। हमें हमेशा मिलकर काम करना चाहिए और एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए ताकि हम सब मिलकर एक बेहतर दुनिया बना सकें।

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