Moral Stories For Childrens In Hindi – इस लेख मे आपको 300 से ज्यादा बच्चों के लिए नैतिक कहानियाँ हिंदी मे दी जाएगी जो एक बच्चे को नैतिकता का पाठ सिखाने के मदद करेंगी. इन नैतिक हिंदी कहानी से बच्चों का भरपूर मनोरंजन भी होगा. इसलिए Moral Stories For Childrens In Hindi कहानी अपने बच्चे को जरूर पढ़ाये और सुनाये.
Moral Stories For Childrens In Hindi – नैतिक कहानियाँ
1. सच्चे दोस्त की पहचान – Short Moral Stories For Childrens In Hindi
एक घना जंगल था जहाँ एक हिरण और एक खरगोश रहते थे। दोनों गहरे मित्र थे और हमेशा साथ में समय बिताते थे। दोनों एक-दूसरे की मदद करते थे और हमेशा खुश रहते थे। एक दिन जंगल में सूखा पड़ गया और पीने का पानी ढूंढना मुश्किल हो गया। हिरण ने दूर-दूर तक पानी ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन उसे कहीं पानी नहीं मिला। वह बहुत प्यासा और थका हुआ महसूस कर रहा था.
तब खरगोश ने सोचा कि उसे अपने दोस्त की मदद करनी चाहिए। वह झाड़ियों के बीच में घूमते-घूमते आखिरकार एक छोटा तालाब ढूंढने में सफल हुआ। उसने अपनी छोटी सी टोकरी में थोड़ा-थोड़ा पानी भरकर हिरण के पास पहुंचाना शुरू किया। कई बार आना-जाना किया, और धीरे-धीरे हिरण की प्यास बुझने लगी। हिरण ने अपने दोस्त की मदद के लिए उसे धन्यवाद दिया.
कुछ समय बाद, बारिश हो गई और जंगल हरा-भरा हो गया। हिरण ने एक दिन खरगोश को अपने साथ खेलने के लिए बुलाया, लेकिन खरगोश ने मना कर दिया और कहा कि उसे आराम करना है। हिरण को थोड़ा बुरा लगा, पर उसने यह भी सोचा कि उसके दोस्त ने उसकी कठिन समय में इतनी मदद की है, तो उसे नाराज नहीं होना चाहिए। दोनों ने दोस्ती निभाई और एक-दूसरे के लिए हमेशा एक सहारा बने रहे।
शिक्षा: सच्चा दोस्त वही है जो कठिन समय में हमारी मदद करता है और हमारे साथ खड़ा रहता है।
2. ईमानदारी का पुरस्कार – Short Moral Stories For Childrens In Hindi With Picture
एक छोटे से गाँव में रामू नाम का एक लड़का रहता था। वह बेहद ईमानदार था और मेहनत से काम करता था। एक दिन उसे खेत में काम करते समय एक पोटली मिली जिसमें सोने के सिक्के थे। उसने सोचा कि ये सिक्के किसी के गुम हुए होंगे, इसलिए उसने तुरंत गाँव के मुखिया के पास जाकर उसे सारी बात बताई और पोटली सौंप दी। मुखिया ने गाँववालों से पूछा, लेकिन कोई भी पोटली का मालिक नहीं निकला।
मुखिया रामू की ईमानदारी से बहुत प्रभावित हुआ और उसे उस पोटली के सभी सिक्के इनाम के रूप में देने का फैसला किया। रामू को इतने सारे सिक्के मिल गए, लेकिन उसने अपनी ईमानदारी नहीं छोड़ी। उसने गाँव में अपने परिवार और गरीबों की मदद के लिए इन सिक्कों का सही इस्तेमाल किया। धीरे-धीरे, रामू गाँव का सबसे सम्मानित व्यक्ति बन गया।
शिक्षा: ईमानदारी का फल हमेशा मीठा होता है। सच्चे और ईमानदार लोगों को समाज में हमेशा सम्मान मिलता है।
3. नन्ही चिड़िया का साहस – Short Moral Stories For Kids In Hindi
एक सुंदर हरे-भरे जंगल में एक नन्ही चिड़िया रहती थी। वह बहुत छोटी थी और बड़े-बड़े पक्षियों से डरती थी। एक दिन जंगल में आग लग गई, और सभी जानवर इधर-उधर भागने लगे। नन्ही चिड़िया ने देखा कि सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं, लेकिन कोई आग बुझाने का प्रयास नहीं कर रहा है।
नन्ही चिड़िया ने सोचा कि यदि आग फैलती रही, तो पूरा जंगल जल जाएगा। उसने पास के तालाब में जाकर अपनी चोंच में पानी भरा और आग पर डालने लगी। बड़े पक्षी उसका मजाक उड़ाने लगे कि इतनी छोटी चिड़िया क्या कर पाएगी। लेकिन नन्ही चिड़िया ने हिम्मत नहीं हारी और बार-बार तालाब से पानी लाकर आग पर डालती रही।
उसकी मेहनत को देखकर बाकी पक्षियों को भी हिम्मत मिली, और सभी ने मिलकर आग बुझाने में मदद की। धीरे-धीरे आग बुझ गई और जंगल बच गया। सभी ने उस नन्ही चिड़िया की प्रशंसा की और उसकी हिम्मत को सलाम किया।
शिक्षा: साहस और दृढ़ निश्चय से बड़े-बड़े काम किए जा सकते हैं, चाहे आप कितने ही छोटे क्यों न हों।
4. मित्रता और एकता का बल – Kids Short Stories In hindi
एक समय की बात है, एक जंगल में चार जानवर – एक हाथी, एक चिड़िया, एक खरगोश, और एक कछुआ रहते थे। चारों बहुत अच्छे मित्र थे और हमेशा एक-दूसरे की मदद करते थे। जंगल में कई शिकारी भी आते थे, लेकिन ये जानवर हमेशा एक-दूसरे का साथ देते और सुरक्षित रहते थे।
एक दिन, एक शिकारी ने हाथी पर निशाना साधा और उसे जाल में फँसा दिया। हाथी ने अपने दोस्तों को पुकारा। चिड़िया ने तुरंत ही अपने नुकीले पंजों से जाल को काटना शुरू किया, जबकि खरगोश और कछुआ पास के जंगल में जाकर और मदद लेने के लिए दौड़ गए। कछुए ने शिकारियों को गुमराह करने के लिए दूसरी ओर से कुछ आवाजें निकालनी शुरू कर दीं, ताकि शिकारी भ्रमित हो जाए।
थोड़ी देर में चिड़िया ने जाल काट दिया और हाथी आज़ाद हो गया। चारों जानवरों ने खुशी-खुशी एक-दूसरे को धन्यवाद दिया और मिलकर शिकारी को वहाँ से भागने के लिए मजबूर कर दिया। इस तरह चारों ने अपनी एकता से न सिर्फ अपने साथी को बचाया, बल्कि पूरे जंगल में शांति बनाए रखी।
शिक्षा: एकता में बल होता है। यदि हम एकजुट होकर काम करें, तो किसी भी मुश्किल को हल कर सकते हैं।
5. कर्म का फल
एक गाँव में दो भाई रहते थे – रवि और मोहन। रवि ईमानदारी से काम करता था और अपनी छोटी-छोटी जरूरतों में संतुष्ट रहता था। वहीं मोहन हमेशा दूसरों को धोखा देकर पैसे कमाने की सोचता था। वह अपने भाई का मजाक उड़ाता और कहता कि ईमानदारी से काम करने से जीवन में कुछ नहीं मिलता।
एक दिन, मोहन ने गाँव के एक व्यापारी से धोखाधड़ी करके बहुत सारा पैसा कमा लिया। परंतु कुछ दिनों बाद, उसी व्यापारी ने उसकी चालाकी को समझ लिया और गाँव के सभी लोगों को यह बात बता दी। गाँव के लोग मोहन से नाराज़ हो गए और उसे गाँव छोड़कर जाना पड़ा।
वहीं, रवि अपनी मेहनत और ईमानदारी के कारण सभी लोगों के दिल में स्थान बना चुका था। गाँव के लोग उसे बहुत मानते थे और उसकी हर संभव मदद करते थे। मोहन ने समझ लिया कि गलत तरीकों से कुछ समय के लिए लाभ मिल सकता है, लेकिन सच्चाई और ईमानदारी का फल हमेशा स्थायी होता है।
शिक्षा: जो जैसा करता है, उसे वैसा ही फल मिलता है। ईमानदारी से जीने वाले व्यक्ति को समाज में हमेशा सम्मान मिलता है।
ये कहानियाँ बच्चों को सच्चाई, ईमानदारी, साहस, एकता, और मेहनत के महत्त्व को समझाने में सहायक होंगी। ये सभी कहानियाँ उन्हें जीवन में नैतिक मूल्यों का पालन करने की प्रेरणा देंगी।
6. ईमानदार चूहा
बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक छोटा सा चूहा रहता था। उसका नाम चिंकी था। चिंकी बहुत ईमानदार था और अपने दोस्तों की मदद करना पसंद करता था। एक दिन, उसने सड़क पर एक सिक्का पाया। वह बहुत खुश हुआ और सोचने लगा कि इस सिक्के से वह क्या खरीद सकता है।
चिंकी ने सोचा कि पहले उसे यह सिक्का किसी और का हो सकता है, इसलिए उसे किसी को लौटाना चाहिए। वह हर जानवर के पास जाकर पूछने लगा कि क्या उन्होंने कोई सिक्का खोया है। कुछ जानवरों ने झूठ भी कहा कि वह उनका सिक्का है, लेकिन चिंकी को सच का पता था।
आखिरकार, उसे एक बूढ़ी गिलहरी मिली, जिसने कहा, “यह सिक्का मेरे पिताजी का था। यह मुझे बहुत प्यारा है।” चिंकी ने खुशी-खुशी सिक्का लौटा दिया। गिलहरी बहुत खुश हुई और चिंकी को धन्यवाद दिया। उसने चिंकी को एक मीठी टॉफी दी और कहा, “तुमने ईमानदारी का परिचय दिया है। ईमानदार लोग हमेशा खुशी पाते हैं।”
शिक्षा: ईमानदारी सबसे बड़ी ताकत होती है और दूसरों की खुशी का कारण बनती है।
7. लोमड़ी और खरगोश की दोस्ती
एक जंगल में एक लोमड़ी और एक खरगोश की गहरी दोस्ती थी। लोमड़ी तेज़-तर्रार और चालाक थी, जबकि खरगोश मासूम और भोला था। दोनों अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक-दूसरे की मदद करते थे।
एक दिन, दोनों ने जंगल में खाने की खोज की। खरगोश को एक बड़ी गाजर मिली, और लोमड़ी को कुछ मीठे बेर मिले। लोमड़ी ने सोचा कि वह खरगोश को गाजर खिला दे और खुद बेर खा लेगी। लेकिन खरगोश ने मुस्कुराते हुए कहा, “चलो, हम अपना खाना आधा-आधा कर लेते हैं।” दोनों ने खाना बांट लिया और पेट भरकर खाना खाया।
अगले दिन, लोमड़ी ने खरगोश से कहा, “मैंने देखा कि तुम कितने प्यारे और उदार हो। मुझे भी तुम्हारी तरह बनना चाहिए।” उस दिन से लोमड़ी ने अपनी चालाकी छोड़ दी और दोनों सच्चे दोस्त बन गए।
शिक्षा: सच्ची दोस्ती में कोई चालाकी नहीं होती, बस उदारता और भरोसा होता है।
8. साहसी गौरैया
एक छोटे से गाँव में एक गौरैया रहती थी। उसका नाम चिरकी था। चिरकी को उड़ने का बहुत शौक था, और वह रोज नई-नई जगहों पर जाती थी। एक दिन, उसने देखा कि गाँव का एक छोटा बच्चा एक पेड़ पर फँस गया था और उसे डर लग रहा था।
चिरकी ने हिम्मत जुटाई और बच्चे के पास गई। उसने बच्चे को भरोसा दिलाया कि वह उसकी मदद करेगी। चिरकी ने गाँव के अन्य पक्षियों को बुलाया और सबने मिलकर एक योजना बनाई। उन्होंने अपने पंखों से बच्चे को धीरे-धीरे नीचे उतारा। बच्चा सुरक्षित नीचे आ गया और सब खुश हो गए।
गाँव वालों ने चिरकी की हिम्मत की तारीफ की और उसे ‘साहसी गौरैया’ का नाम दिया।
शिक्षा: साहस और हिम्मत से बड़ी से बड़ी मुश्किलें हल की जा सकती हैं।
9. पेड़ और नन्ही चींटी
एक घने जंगल में एक विशाल पेड़ था, जिसके तने में एक चींटी का घर था। चींटी का नाम टिटू था। वह रोज़ अपने काम पर जाती और हर शाम वापस अपने घर लौटती।
एक दिन तेज़ आंधी आई और बारिश होने लगी। टिटू का घर पानी में डूबने लगा। उसने मदद के लिए पुकारा, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। टिटू ने हिम्मत नहीं हारी और पेड़ के ऊपर की ओर चलना शुरू कर दिया। पेड़ ने धीरे से अपनी टहनियों को नीचे किया और टिटू को ऊपर की ओर चढ़ने में मदद की।
अगले दिन, बारिश रुक गई। टिटू ने पेड़ का धन्यवाद किया। पेड़ मुस्कुराते हुए बोला, “हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए।” टिटू ने यह बात हमेशा के लिए याद रखी और आगे चलकर उसने भी सबकी मदद की।
शिक्षा: दूसरों की मदद करना सबसे बड़ा धर्म है.
5 To 10 Line Very Short Moral Stories For Childrens In Hindi
10. दोस्ती का असली मतलब
जंगल में एक बंदर और कछुआ अच्छे दोस्त थे। बंदर बहुत तेज था जबकि कछुआ धीरे-धीरे चलता था। एक दिन बंदर को लगा कि कछुए की धीमी चाल उसकी दोस्ती के लिए सही नहीं है। लेकिन एक बार जब बंदर पेड़ से गिरा और घायल हुआ, तो कछुए ने उसकी मदद की। उस दिन बंदर ने सच्ची दोस्ती का मतलब समझा।
शिक्षा: सच्चे दोस्त कभी कमजोर नहीं होते, बल्कि हमेशा साथ देते हैं।
11. छोटे से उपकार का असर
एक छोटे पक्षी ने खेत में बिछड़े हुए एक बीज को अपनी चोंच से उठा कर मिट्टी में लगा दिया। कुछ समय बाद वही बीज एक बड़ा पेड़ बना और कई पक्षियों को घर और फल प्रदान करने लगा। छोटे-से काम से भी बड़ा परिणाम निकल सकता है।
शिक्षा: छोटे-से उपकार का फल भी बड़ा हो सकता है।
12. ईमानदारी की मिसाल
एक लड़का अमन अपने स्कूल में बहुत ईमानदार था। एक दिन उसे स्कूल के रास्ते में एक बटुआ मिला जिसमें पैसे और पहचान पत्र था। उसने तुरंत उस व्यक्ति को बटुआ लौटाया। व्यक्ति ने उसे इनाम देने का सोचा, लेकिन अमन ने मना कर दिया।
शिक्षा: ईमानदारी सबसे बड़ी संपत्ति है।
13. संघर्ष का फल मीठा होता है
एक गरीब किसान ने दिन-रात मेहनत कर अपने खेत को सींचा और अंततः उसकी फसल लहलहा उठी। उस किसान को देखकर गांव वालों ने मेहनत का महत्व समझा।
शिक्षा: कठिन परिश्रम से ही सफलता मिलती है।
14 लोमड़ी की चालाकी का अंत
एक लोमड़ी हमेशा दूसरों को धोखा देकर खाना चुरा लेती थी। एक दिन उसने शेर को भी धोखा देने की कोशिश की। लेकिन शेर ने समझदारी से उसे पकड़ लिया और सबको सिखाया कि धोखे से कुछ हासिल नहीं होता।
शिक्षा: धोखा देना गलत है और इसका अंजाम बुरा होता है।
15. लालच में हानि
एक चूहा रोज थोड़ा-थोड़ा अनाज चुराकर रखता था। एक दिन वह अधिक अनाज लेने की कोशिश में फंस गया और बुरी तरह घायल हो गया। उसने सीखा कि लालच से नुकसान होता है।
शिक्षा: लालच करना हानिकारक होता है।
16. मूल्यवान समय
एक बालक हमेशा खेलता रहता था और समय की कदर नहीं करता था। जब परीक्षा आई, तब उसे पछतावा हुआ। इसके बाद उसने समय का महत्व समझा।
शिक्षा: समय की कदर करें, यह मूल्यवान है।
17. बच्चों का पेड़ प्रेम
बच्चों ने मिलकर पेड़ों को पानी देना शुरू किया। एक साल बाद उन पेड़ों से फूल-फल आने लगे। बच्चों को समझ आया कि प्रकृति का संरक्षण कितना महत्वपूर्ण है।
शिक्षा: प्रकृति का संरक्षण जरूरी है।
18 धैर्य की परीक्षा
एक खरगोश जल्दी गुस्सा करता था। एक दिन उसे दूसरे जानवरों से धैर्य की परीक्षा देनी पड़ी। उसने सीखा कि गुस्से में लिए गए निर्णय गलत होते हैं।
शिक्षा: धैर्य से ही सही निर्णय होता है।
19 नम्रता की जीत
एक राजा को अपनी शक्ति पर घमंड था। एक साधु ने उसे नम्रता का पाठ पढ़ाया और राजा ने समझा कि घमंड विनाश का कारण होता है।
शिक्षा: नम्रता से ही असली सम्मान मिलता है।
20. बड़प्पन का सबक
एक ऊँट हमेशा अपने ऊँचे कद का मजाक उड़ाता था। लेकिन जब नदी पार करने का समय आया, तो उसकी लंबी टाँगें उसे डूबने से बचा नहीं पाईं। एक छोटा-सा कछुआ उसे बचा लाया।
शिक्षा: बड़प्पन कद से नहीं, मन से होता है।
21. मित्रता की परीक्षा
चार मित्रों ने साथ रहने का वादा किया था। लेकिन कठिनाई के समय केवल एक मित्र साथ खड़ा रहा। उसने सबको दिखाया कि सच्चा दोस्त कौन होता है।
शिक्षा: मित्रता की असली परीक्षा मुश्किल समय में होती है।
22 माँ की बात मानना
एक बालक ने अपनी माँ की सलाह नहीं मानी और अपनी जिद के कारण चोटिल हो गया। बाद में उसने माँ की बात का महत्व समझा।
शिक्षा: माता-पिता की बात मानना जरूरी है।
23. गलती का अहसास
एक लड़का झूठ बोलता था। एक दिन उसकी झूठ की आदत ने उसे मुसीबत में डाल दिया। उसने जाना कि झूठ बोलने से लोग विश्वास खो देते हैं।
शिक्षा: झूठ बोलना गलत है।
24. निस्वार्थ सेवा
एक बालक ने बीमार पड़ोसी की बिना किसी स्वार्थ के सेवा की। उस बालक की निस्वार्थ सेवा की सबने सराहना की।
शिक्षा: निस्वार्थ सेवा से सम्मान बढ़ता है।
25 शांति का महत्त्व
दो भाइयों के बीच झगड़ा होता था। एक दिन उनकी माँ ने उन्हें समझाया कि शांति से रहना ही सुख का असली आधार है।
शिक्षा: शांति से ही घर में सुख बना रहता है।
26. सहानुभूति का पाठ
एक राजा ने एक घायल पक्षी की देखभाल की। पक्षी स्वस्थ होकर उड़ गया। राजा ने सहानुभूति का असली महत्व समझा।
शिक्षा : साहनभूति से सबका भला जोटा है
27. ज्ञान का खजाना
एक लड़का खेलता रहता था और पढ़ाई को नजरअंदाज करता था। परीक्षा में असफल होकर उसने ज्ञान का महत्त्व समझा और मेहनत से पढ़ाई शुरू की।
शिक्षा: ज्ञान सबसे बड़ा खजाना है।
28. माँ का आशीर्वाद
कहानी:
एक राजकुमार ने अपनी माँ का आशीर्वाद लेने से इंकार कर दिया और युद्ध में हार गया। बाद में उसने माँ का आशीर्वाद लेना सीखा और सफलता पाई।
शिक्षा: माता-पिता का आशीर्वाद सफलता दिलाता है।
29. कर्तव्य का पालन
एक राजा ने अपने बेटे को कर्तव्य निभाना सिखाया। राजकुमार ने राज्य का संचालन ईमानदारी से किया और जनता का प्यार पाया।
शिक्षा: कर्तव्य का पालन करने से जीवन में सफलता मिलती है।
30. सच्चाई की ताकत
एक छोटा लड़का आदित्य हमेशा सच बोलता था। एक दिन, स्कूल में किसी ने बोर्ड पर रंग डाल दिया और सबकी नजर आदित्य पर गई, क्योंकि वह सबसे आगे बैठा था। आदित्य ने साहस के साथ सच बोला कि उसने ऐसा नहीं किया। अंत में, असली दोषी ने अपनी गलती मानी, और आदित्य की सच्चाई की सभी ने सराहना की।
शिक्षा: सच बोलना हमेशा ताकत देता है और बुराई पर जीत दिलाता है।
31. मित्रता का मूल्य
दो दोस्त, राजा और रमन, जंगल में घूमने गए। अचानक, एक भालू उनके सामने आ गया। राजा पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन रमन ऐसा नहीं कर पाया। राजा ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की, और रमन अकेला डर गया। लेकिन भालू ने उसे नुकसान नहीं पहुँचाया क्योंकि वह शांत पड़ा रहा। बाद में राजा को एहसास हुआ कि सच्चा दोस्त वही होता है जो साथ खड़ा रहे।
शिक्षा: सच्ची मित्रता में त्याग और सहायता होना चाहिए।
32. मधुमक्खी और तितली की मेहनत
एक बार एक तितली ने मधुमक्खी को हमेशा काम करते देखा और उसका मजाक उड़ाया कि वह हर समय शहद इकट्ठा करती रहती है। परंतु एक दिन जब भारी बारिश आई, तो तितली भूखी रह गई जबकि मधुमक्खी के पास खाने के लिए पर्याप्त शहद था। तितली ने मेहनत के महत्व को समझा।
शिक्षा: मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।
33. प्यारे पक्षी की दोस्ती
एक छोटा तोता हमेशा बड़े पक्षियों से डरता था और सोचता था कि वे उसे अपना दोस्त नहीं मानेंगे। लेकिन एक दिन, तोते ने एक घायल मोर की मदद की, और उसके बाद से दोनों अच्छे दोस्त बन गए। इससे छोटे तोते ने सीखा कि सच्ची दोस्ती दिल से होती है, आकार से नहीं।
शिक्षा: मदद और सहानुभूति से दोस्त बनाए जा सकते हैं।
34. लालच बुरी बला
रामू को एक जादुई बर्तन मिला जिसमें सोने के सिक्के निकलते थे। पहले तो उसने संतोष से कुछ सिक्के लिए, पर लालच बढ़ा और उसने बर्तन को उलट दिया, जिससे सभी सिक्के मिट्टी बन गए। रामू को समझ में आया कि लालच से सब कुछ खो जाता है।
शिक्षा: संतोष सबसे बड़ा धन है।
35. बूढ़ी लोमड़ी की समझदारी
जंगल में एक बूढ़ी लोमड़ी रहती थी। एक दिन, उसे शिकारी से बचना था। उसने खुद को पेड़ों के बीच छुपा लिया और शिकारी उसे ढूँढ नहीं पाए। लोमड़ी ने अपनी बुद्धिमानी से अपनी जान बचाई और सबको सीख दी कि मुश्किल में समझदारी काम आती है।
शिक्षा: बुद्धिमानी और धैर्य से मुसीबतों का सामना करें।
36. चींटी और तितली का संघर्ष
एक बार एक चींटी और तितली के बीच बहस हुई कि किसका काम अधिक महत्वपूर्ण है। जब मौसम बदला और तितली को अपने बच्चों के लिए खाने का इंतजाम नहीं मिल रहा था, तो चींटी ने उसकी मदद की। तितली ने माना कि मेहनत ही सबसे बड़ी दौलत है।
शिक्षा: हमेशा परिश्रमी बनें और दूसरों की मदद करने से न हिचकिचाएँ।
37. एकता में बल
एक किसान के पास पाँच बेटे थे जो आपस में लड़ते रहते थे। किसान ने एक दिन उन्हें लकड़ियों का गट्ठा दिया और उसे तोड़ने को कहा। एक साथ बंधे गट्ठे को कोई तोड़ नहीं पाया। फिर, जब उसने गट्ठे को खोलकर एक-एक लकड़ी दी, तो सभी ने आसानी से लकड़ी तोड़ दी।
शिक्षा: एकता में शक्ति होती है।
38. सादा जीवन, उच्च विचार
एक बड़े शहर का लड़का एक गाँव में गया जहाँ उसने लोगों को बहुत सादगी से रहते देखा। उसने सोचा कि यहाँ के लोग गरीब होंगे, लेकिन जब उसने उनकी खुशी देखी, तो उसे समझ में आया कि सुख पैसे से नहीं बल्कि सरल जीवन से आता है।
शिक्षा: सादा जीवन और उच्च विचार हमेशा खुशी देते हैं.
Releted Post
और पढ़े : Hindi Short Story Class 9 | Short Hindi Stories for Class 1 | Short Hindi Kahani For Kids | छोटी लघु कहानियाँ