Success Short Story Of Four Friends In Hindi – यह कहानी एक ऐसे दोस्तों की है जो अपने मेहनत के बदौलत एवं धैर्य के साथ काम करके कामयाबी हासिल की. इस कहानी मे बताया गया है कैसे चार दोस्त मिलकर अपनी मेहनत और मजबूत दृढ से कामयाबी पाते है.
Success Short Story Of Four Friends In Hindi – सफलता की कहानी
एक छोटे से गांव मे चार दोस्त रहा करते थे. जिनका नाम अजय, सोहन, अशोक एवं मनोज था. उनकी दोस्ती बचपन से ही बहुत गहरी थी. वो सभी बहुत गरीब परिवार से थे. इसलिए उन सभी ने बचपन मे भी काफ़ी कठिनाइयों का सामना किया था. इसलिए वो सभी दोस्त बहुत बजबुत हो गए थे. वे हर समस्या का समाधान बातचीत करके उसका हाल निकलने मे विश्वाश रखते थे.
वे चारो दोस्त सुबह उठकर अपने अपने काम पर चले जाते थे. परन्तु सभी दोस्त शाम को गांव के किनारे नदी के पास इकठा होकर बाते किया करते थे. और उसके बाद अपने अपने घर चले जाते थे.
इसी तरह उन चारो दोस्तों की जिंदगी व्यतीत हो रहा था.
और एक दिन शाम को सभी दोस्त नदी किनारे इकठे होकर बाते कर रहे थे. तो –
सोहन बोला, ” हमलोग प्रति दिन सुबह उठकर अपने अपने काम पर चले जाते है. इसके बाद हम सब शाम को ही मिल पाते है. इसलिए क्यों न हमलोग मिलकर कोई अपना काम शुरू करें. इससे हम सभी दोस्त एक साथ हर समय रह पाएंगे.
अजय ने कहा, ” बोल तो तुम ठीक रहे हो सोहन लेकिन हम सभी दोस्त करेंगे क्या?
अशोक ने कहा, ” यार हम सभी दोस्त मिलकर इसका कुछ ना कुछ इसका हल निकल ही लेंगे, क्यों मनोज मैं ठीक बोल रहा हूँ न?
मनोज बोला, ” बोल तो तुम ठीक रहे हो अशोक की हमलोग कुछ न कुछ कर ही लेंगे. लेकिन तुम लोगो ने सोचा है की पैसे कहा आएंगे अपना काम शुरू करने के लिए.
पैसे की बात आते ही सभी दोस्त एक दूसरे की तरफ निराशा भारी नजरों से देखने लगे. उन चारो दोस्तों की आँख मे निराशा झलक रही थी.
तब मनोज ने कहा, ” अब काफ़ी रात होने को आई है. इसलिए अब हमें अपने अपने घर चलना चाहिए. बाकि की बाते कल शाम मे कर लेंगे.
उसके बाद चारो दोस्त वाहा से खड़े हुए और अपने – अपने घर की तरफ चल दिए.
सभी दोस्त अपने घरों मे खाना खाकर सोने चले गए. लेकिन उस रात किसी को अच्छी नींद नहीं आई. और सुबह होने पर अपने अपने काम पर चले गए.
अगले दिन शाम के समय जब सभी दोस्त नदी के किनारे पहुचे. परन्तु अब कोई किसी से कुछ बोल नहीं रहा था.
तब मनोज ने कहा, ” क्यों न हम पैसे कमाने के लिए कुछ दिन शहर मे रहकर काम करें, वाहा मजदूरी भी गांव की अपेक्षा दुगना मिलेगा. जिससे हमारे घर का खर्च भी चल जायेगा और कुछ पैसे बच भी जायेंगे. जिससे हम कुछ ही दिनों मे अपना खुद का काम भी शुरू कर पाएंगे.
अशोक ने कहा, ” हाँ, मनोज तुम बिलकुल सही कह रहे हो. इससे हमारी सभी परेशानिया ख़त्म हो सकती है.
सोहन ने कहा, ” कह तो तुम सही रहे हो लेकिन हमें कब शहर चलना है. यें भी बतायो.
Success Short Story Of Four Friends In Hindi
चारो दोस्तों ने मिलकर तय किया की कल सुबह ही शहर चलेंगे. और सुबह मे पैसे कमाने के लिए शहर चले गए.
शहर जाकर सभी दोस्तों ने काफ़ी मेहनत की जिससे उनके पास काफ़ी पैसे हो गए थे. इसलिए वे अब घर आ गए.
शाम के समय फिर सभी दोस्त नदी किनारे पहुचे. और कौन सा काम शुरू किया जाये इसके बारे मे चर्चा करने लगे. सभी अपना अपना सुझाव दिए. और तय किया ही गाय और भैस पालन किया जाये.
उन्होंने पशुओ के लिए सारी ववस्था करके कुछ पशु खरीदकर पशु पालन का काम करने लगे. और उन पशुवो के दूध का व्यपार करने लगे. जिससे उनका थोड़ा थोड़ा मुनाफा हुआ तो उन्होंने उस पैसे से भी और पशु खरीदने लगे.
कुछ सालो बाद उनके पास देर सारे पशु हो गए जिससे वो अपने नजदीकी शहरों मे दूध सप्लाई करने लगे. जिससे उनको ज्यादा मुनाफा होने लगा.
और एक दिन सभी दोस्तों ने मिकर निर्णय लिया की अपने ही गांव मे एक डेरी फॉर्म खोला जाये. उन्होंने ऐसा ही किया.
डेरी फॉर्म खोलकर दूध से माखन, घी, निकलकर शहर मे बेचने लगे. इससे उनकी कई मे बहुत बृद्धि हुई.
जिससे कुछ सालो के बाद डेरी फॉर्म एक कंपनी मे तब्दील ही गई. जिसमे सैकड़ो मजदूरों को भी काम मिला.
इस तरह चारो दोस्त जो की पहले मजदूरी किया करते थे. वे सभी एक सफल व्यपारी बन गए.
Success Short Story Of Four Friends In Hindi
सन्देश – मेहनत और धैर्य से हर कठिनाई को पार करके सफलता पाया जा सकता है।
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